हथियारों से आगे: सैन्य AI तकनीक की चौंकाने वाली प्रगति से मिलने वाले नए अवसर

webmaster

'

'आधुनिक युद्ध की परिभाषा तेजी से बदल रही है। पहले जहां मैनपावर और पारंपरिक हथियार सबसे अहम भूमिका निभाते थे, अब वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पूरी सैन्य रणनीति को नया स्वरूप दे रहा है। 2025 में AI की सैन्य तकनीकों में आई बेतहाशा प्रगति ने न केवल सैन्य क्षमता को कई गुना बढ़ाया है, बल्कि रणनीतिक निर्णयों में भी क्रांतिकारी बदलाव लाया है। अमेरिका, चीन, भारत जैसे प्रमुख देश अब AI को केवल एक तकनीक नहीं बल्कि एक पूर्ण युद्धसहायक शक्ति के रूप में अपना रहे हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि किस तरह से AI की मदद से युद्ध का स्वरूप बदल रहा है, किन तकनीकों का उपयोग हो रहा है, और इसके क्या फायदे और खतरे हो सकते हैं।

आधिकारिक रिपोर्ट देखें

'

AI आधारित युद्ध प्रणाली की बुनियादी समझ

AI का उपयोग अब केवल डेटा विश्लेषण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह अब स्वायत्त ड्रोन, स्मार्ट मिसाइल, युद्ध टैंक और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी बढ़ चुका है। सैन्य AI अब ऑटोमेटिक निर्णय लेने की क्षमता से लैस है, जो पलक झपकते ही दुश्मन की रणनीति को समझकर प्रतिक्रिया देता है। ऐसे सिस्टम अब फील्ड कमांडर्स की जगह तेजी से निर्णय लेकर पूरे युद्ध के रुख को बदल सकते हैं।

रूस और चीन द्वारा विकसित “killer drones” और “swarm robotics” जैसी तकनीकों ने यह साबित कर दिया है कि AI के सहारे दुश्मन पर बिना मानवीय हस्तक्षेप के भी घातक हमले किए जा सकते हैं। भारत भी ‘Project iDEX’ जैसे नवाचार कार्यक्रमों के माध्यम से अपने रक्षा तंत्र में AI को तेजी से एकीकृत कर रहा है।

iDEX पहल के बारे में जानें

'

युद्धक्षेत्र में AI का वास्तविक उपयोग

वर्तमान में अमेरिका के DARPA (Defense Advanced Research Projects Agency) द्वारा विकसित ‘AI Pilot Programs’ युद्ध क्षेत्र में मानव रहित हवाई वाहनों को मिशन पर भेजने में सक्षम हो गए हैं। यह ड्रोन युद्ध क्षेत्र में सटीक निर्णय लेने और दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखने का कार्य करते हैं।

पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर भारत ने AI से संचालित सर्विलांस सिस्टम और इंटेलिजेंस एल्गोरिद्म्स का परीक्षण शुरू कर दिया है। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। यह प्रणाली बेहद कम समय में प्रतिक्रिया देती है और रणनीतिक रूप से उपयुक्त कार्रवाई का सुझाव देती है।

'

सैन्य रणनीति में AI की भूमिका

AI का सबसे बड़ा योगदान यह है कि यह युद्ध नीतियों और रणनीतियों को डेटा पर आधारित बनाता है। AI सिस्टम युद्ध इतिहास, भूगोल, मौसम, और सैनिकों की तैनाती जैसे विविध कारकों का विश्लेषण करता है और सबसे उपयुक्त युद्ध योजना प्रदान करता है।

AI आधारित वॉर गेमिंग और सिमुलेशन तकनीकें रक्षा संस्थानों को युद्ध के पूर्वानुमान लगाने और कमजोरियों की पहचान करने में सक्षम बनाती हैं। भारत की DRDO जैसे संस्थानों में AI रिसर्च अब युद्ध रणनीति का अनिवार्य हिस्सा बन चुकी है।

'

साइबर युद्ध और सुरक्षा

AI न केवल पारंपरिक युद्धों में बल्कि साइबर युद्धों में भी अत्यंत प्रभावशाली साबित हो रहा है। साइबर हमलों को पहचानने और तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए AI आधारित नेटवर्क मॉनिटरिंग और थ्रेट डिटेक्शन सिस्टम्स तैनात किए गए हैं।

भारतीय सेना के नए साइबर डिफेंस विंग ने AI सिस्टम के सहारे वर्ष 2024 में लगभग 73% साइबर हमलों को रियल टाइम में रोकने में सफलता पाई। यह AI तकनीकें फिशिंग, रैंसमवेयर और नेटवर्क घुसपैठ जैसी गतिविधियों की पहचान करने में भी सक्षम हैं।

'

नैतिकता और मानव अधिकार

जहां AI युद्ध को अधिक कुशल और सुरक्षित बनाता है, वहीं इसके उपयोग को लेकर नैतिक सवाल भी उठते हैं। ‘Killer Robots’ पर वैश्विक प्रतिबंध की मांग तेज हो रही है, ताकि AI स्वायत्त रूप से मानव को लक्ष्य न बना सके।

संयुक्त राष्ट्र ने सैन्य AI के उपयोग पर एक विशेष अधिवेशन बुलाया है, जिसमें इस बात पर सहमति बन रही है कि हर निर्णय में मानव हस्तक्षेप आवश्यक होना चाहिए। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश AI के उपयोग को मानव अधिकारों की रक्षा के साथ संतुलन में लाने पर बल दे रहे हैं।

'

भविष्य की दिशा और भारत की तैयारी

भारत ने 2030 तक पूर्ण ‘AI-Enabled Armed Forces’ की दिशा में योजना बनाई है। रक्षा मंत्रालय ने IITs और प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर अनेक सैन्य-AI प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू किया है।

‘AI in Defence Roadmap 2030’ के तहत भारत स्वदेशी तकनीकों पर जोर देते हुए विदेशी निर्भरता को कम कर रहा है। यह रोडमैप स्मार्ट हथियारों, एआई-ट्रेनिंग, युद्ध सिमुलेशन और आत्मनिर्भर सैन्य तंत्र पर केंद्रित है। यह सब दर्शाता है कि भारत अब केवल उपभोक्ता नहीं बल्कि AI सैन्य शक्ति में अग्रणी बनना चाहता है।

टैग्स

सैन्य एआई, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भारत की रक्षा नीति, स्वायत्त ड्रोन, साइबर युद्ध, रक्षा मंत्रालय, स'

*Capturing unauthorized images is prohibited*